रेलमंत्री के मीडिया सलाहकार अनिल सक्सेना की माताजी साहित्यकार एवं शिक्षाविद् कमला सक्सेना का निधन

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षाविद् के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है । कमला सक्सेना जी की इच्छा के आधार पर उनका पार्थिव शरीर भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज को दान किया जाएगा।

भोपाल की सुप्रसिद्ध साहित्यकार, शिक्षाविद् , हिंदी सेविका विचारक, चिंतक एवं समाज सेविका श्रीमती कमला सक्सेना का 14 जुलाई को दुखद निधन हो गया। वे 88 वर्ष की थीं। वे एमए हिंदी, बीएड, साहित्य रत्न उपाधि से विभूषित थीं। वे शासकीय हमीदिया बालक हायर सेकंडरी स्कूल की प्राचार्या से सेवानिवृत हुईं थीं। उन्हें 1992 में भारत के राष्ट्रपति द्वारा शिक्षा में विशिष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वे मध्यप्रदेश राष्ट्र भाषा प्रचार समिति, हिंदी भवन से आजीविका सक्रीय रुप से जुड़ी रहीं।

कमलनाथ , शिवराज समेत जानी-मानी हस्तियों ने जताया शोक

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षाविद् श्रीमती कमला सक्सेना के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने शोक संदेश में कहा है कि श्रीमती कमला सक्सेना ने एक शिक्षक के रूप में अपने दायित्वों का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन किया। कमल नाथ ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में श्रीमती कमला सक्सेना के विशिष्ट योगदान के कारण ही उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। साहित्य और हिन्दी के प्रचार-प्रसार में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही। उनके निधन का समाचार बेहद दु:खद है। उन्होने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को दु:ख सहने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने शोक जाहिर करते हुए कहा है कि शिक्षाविद् , साहित्यकार , राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित श्रीमती कमला सक्सेना जी के निधन का दुखद समाचार मिला । ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को संबल देने की प्रार्थना करता हूं। विनम्र श्रद्धांजलि।

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मणिपुर के पूर्व राज्यपाल अवध नारायण श्रीवास्तव, मध्यप्रदेश सरकार के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा, पूर्व सांसद कैलाश सांरग, पूर्व सांसद आलोक संजर, पूर्व मंत्री एवं विधायक विश्वास सारंग, भोपाल के मेयर आलोक शर्मा, पूर्व विधायक शैलेंद्र प्रधान, पूर्व मेयर सुनील सूद, वरिष्ठ पत्रकार लज्जा शंकर हरदेनिया,पत्रकार महेश श्रीवास्तव, मंत्री संचालक, मप्र राजभाषा प्रचार समिति कैलाश पंत, कर्मचारी नेता अजय श्रीवास्तव नीलू, एवं कायस्थ विभूतियों राजेश नारायण श्रीवास्तव, ओपी श्रीवास्तव, राजेश वर्मा, पंकज कुलश्रेष्ठ, एसएस सक्सेना, जीएम जोहरी, वीके भटनागर, धर्मेन्द्र कौशल, कमलेश सक्सेना, अभय प्रधान, वेद आशीष श्रीवास्तव, आरके खरे, अजय मथुर, दीप श्रीवास्तव एवं पॉजिटिव खबर के संस्थापक संपादक और दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार संतोष पाठक समेत कई अन्य पत्रकारों , समाजसेवियों और गणमान्य लोगों ने भी शोक व्यक्त किया है।

कमला सक्सेना का परिवार

उनके पुत्रों में एक डॉक्टर संजय सक्सेना, पूर्व सीएमओ गैस राहत हैं। तथा दूसरे पुत्र डॉक्टर राजीव उज्जैन में चिकित्सक हैं, तीसरे पुत्र मनोज सक्सेना, वाईस प्रेसिडेंट, सिंगापुर बैंक हैं। और चौथे पुत्र अनिल कुमार सक्सेना, आईएएस (एलाइड) सेवा से केंद्रीय रेलमंत्री पीयूष गोयल के मीडिया सलाहकार हैं। उनकी बहू भोपाल की जानीमानी महिला चिकित्सक डॉक्टर कुसुम सक्सेना हैं, जो तनुश्री अस्पताल की संचालिका हैं।

कमला सक्सेना का जीवन एक उदाहरण

उनकी लिखित 6 साहित्य पुस्तकें प्रकाशित हुईं -“आजादी के तराने” (काव्य संग्रह) , “गीत प्रगीत” ( काव्य संग्रह) , “प्रतिध्वनियां” (काव्य संग्रह), “ओ मन विहग” (काव्य संग्रह), “अभिव्यक्तियां” (गद्य पद्य) “भाव अभिषेक” (गद्य),। वे किशोरी के रुप में स्वतंत्रता आंदोलन की सभाओं में आजादी की कविताओं का पाठ करती थीं।

श्रीमती कमला सक्सेना को अपने जीवनकाल में कई पुरस्कारों एवं सम्मानों से नवाजा गया है। उन्हें अखिल भारतीय भाषा साहित्य सम्मेलन मध्यप्रदेश द्वारा “सरस्वती सम्मान” प्रदान किया गया। उनकी उपलब्धियों पर मध्यप्रदेश के राज्यपाल द्वारा नागरिक अभिनंदन भी किया गया। जीवनभर शिक्षा दान करने वाली श्रीमती कमला सक्सेना ने जीवन बाद नेत्र दान और देह दान की ईच्छा प्रकट की थी जो उनके परिजन पूरा कर रहे हैं। श्रीमती कमला सक्सेना के दुखद निधन पर भोपाल के राजनैतिक नेताओं, साहित्यकारों, कायस्थ समाज के अग्रणीय प्रतिनिधियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

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मंगलवार को गांधी मेडिकल कॉलेज में होगा  देहदान

मंगलवार 16 जुलाई को भोपाल जहांगीराबाद निवास ( तनुश्री अस्पताल कैम्पस) में श्रीमती कमला सक्सेना जी का पार्थिव शरीर सुबह 9 से 11 बजे दर्शन के लिए रखा जाएगा। उसके बाद उनका पार्थिव शरीर भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज को सौंप दिया जाएगा। बुधवार 17 जुलाई को शाम 4 से 5 बजे के बीच निवास स्थान पर शांति हवन रखा गया है।

श्रीमती कमला सक्सेना ने विभिन्न देशों हालैण्ड, बेल्जियम, जर्मनी, आस्ट्रिया, इटली, स्विट्जरलैंण्ड, फ्रांस, इंग्लैंड, सिंगापुर, और ब्रूनाई की यात्राएं भी की थीं

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