वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप- फाइनल में इतिहास रचने उतरेंगी सिंधू 

भारत की नंबर एक और दुनिया की नंबर चार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने शनिवार रात चीन की चेन यू फी को सेमीफाइनल में 21-13, 21-10 से मात देकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश किया। जहां उनका मुकाबला दुनिया की नंबर 7 खिलाड़ी जापान की निजोमी ओकुहारा से होगा। ओकुहारा ने सेमीफाइनल में भारत की सायना नेहवाल को मात दी थी।

सिंधू ने इस बार बड़े ही शानदार अंदाज में फाइनल तक का सफर तय किया है। सिंधू और ओकुहारा के बीच इससे पहले केवल एक भिडंत हुई है जिसमें सिंधू को जीत हासिल हुई है।

सिंधू के लिए ग्लास्गो वर्ल्ड चैंपियनशिप बेहद सफल साबित हुई है। अब तक वो केवल एक गेम हारी हैं ऐसे में उनका आत्मविश्वास बुलंदियों पर है। उनके पास इतिहास रचने का मौका है यदि सिंधू स्वर्ण पदक जीतने में सफल होती हैं तो वो भारत की सबसे सफल बैडमिंटन प्लेयर बन जाएंगी।

हालांकि उनका मुकाबला जापान की ओकुहारा से है जिन्होंने क्वार्टर फाइनल में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता स्पने की कैरोलिना मरीन को मात दी थी। जबकि सेमीफाइनल में सायना के हाथों पहला गेम गंवाने के बाद शानदार वापसी की और फाइनल में अपनी जगह पक्की की। ऐसे में सिंधू उन्हें कतई हलके में नहीं लेंगी।  सिंधू इससे पहले 2013 और 2014 में विश्वचैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंची थीं और कांस्य पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनी थीं।

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