नासिक से 847 मजदूरों को लेकर लखनऊ पहुंची पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन

कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे  बीच पटरी पर चली आ रही यह ट्रेन सपनों की ट्रेन है। सपना जो अपने घर से हज़ारों किलोमीटर दूर बैठे मजदूरों ने देखा था कि वो किसी तरह से इस लॉक डाउन में अपने घरों को पहुंच जाए। सरकार ने मजदूरों की व्यथा को समझा। रेल मंत्रालय आगे आया, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने हिम्मत दिखाई और फिर ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगी।

अन्य राज्यों में फंसे मजदूर को लेकर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचने वाली यह पहली लेबर स्पेशल ट्रेन है। महाराष्ट्र के नासिक से चली यह स्पेशल ट्रेन 847 मजदूरों को लेकर रविवार को सुबह 6 बजे लखनऊ स्टेशन पर पहुंची।  72 सीटों वाली एक बोगी में सिर्फ 54 लोगों को ही बैठाया गया था।

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कोविड – 19 के तहत जारी आदेशों और दिशा-निर्देशों के तहत स्टेशन पर सोशल Distancing और जांच की तमाम तैयारियां पहले से ही कर ली गई थी।

नासिक में ट्रेन पर चढ़ाते समय भी तमाम प्रोटोकॉल का पालन किया गया। टिकट चेकिंग स्टॉफ , RPF, GRP और स्थानीय पुलिस के जवान तैनात रहे ताकि कोई अनाधिकृत तरीके से ट्रेन में न चढ़ पाए। लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर जब यह ट्रेन पहुंची तो वहां भी रेलवे के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन का पूरा अमला मौजूद था। स्टेशन पर इन तमाम मजदूरों की जांच की गई।

राज्यों के साथ मिलकर रेलवे इस तरह की कई लेबर स्पेशल ट्रेन अलग अलग राज्यों के लिए चला रहा है लेकिन आम यात्रियों के लिए यह जानना बहुत जरूरी है कि इसमें सफर वही कर सकता है जिसकी लिस्ट राज्य सरकार तैयार करती है इसलिए जल्दबाजी में और घबराहट में आप रेलवे स्टेशन न पहुंच जाए क्योंकि आम यात्रियों के लिए ट्रेन अभी पूरी तरह बंद है। अगर आप फिर भी अपने गांव जाना चाहते हैं तो नियमों का पालन कीजिए। हर राज्य सरकार ने अपने-अपने स्तर पर इसे लेकर एक हेल्पलाइन नंबर और लिंक जारी किया हुआ है। उस पर जाकर रजिस्ट्रेशन जरूर करवाइए।

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