भाजपा नेता ने राहुल गांधी, केजरीवाल, ममता बनर्जी को संविधान भेजकर कहा – जरा पढ़िए तो सही

उपाध्याय ने मांग की है कि राहुल, केजरीवाल और ममता बनर्जी को अनुसूची 3 की अपनी शपथ को फिर से दोहराना चाहिए. आगे उपाध्याय ने ये भी कहा कि इन सभी नेताओं को सीएए का विरोध करने से पहले पाकिस्तान के प्रथम कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल का त्यागपत्र अवश्य पढ़ना चाहिए.

भाजपा नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को संविधान भेज कर पढ़ने की सलाह दी है.

उपाध्याय ने इन तीन नेताओं को आर्टिकल 246-256 को पढ़ने की सलाह देते हुए अनुसूची 7 की लिस्ट 1 एंट्री 17 को भी जरुर देखने की सलाह दी है.  इन तीनों नेताओं पर कटाक्ष करते हुए उपाध्याय ने मांग की है कि राहुल, केजरीवाल और ममता बनर्जी को अनुसूची 3 की अपनी शपथ को फिर से दोहराना चाहिए. आगे उपाध्याय ने ये भी कहा कि इन सभी नेताओं को सीएए का विरोध करने से पहले पाकिस्तान के प्रथम कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल का त्यागपत्र अवश्य पढ़ना चाहिए.

शनिवार को अश्विनी उपाध्याय ने लगातार 3 ट्वीट किए. अपने पहले ट्वीट में उन्होने ममता बनर्जी को टैग करते हुए लिखा,

“प्रिय बहन, आपको संविधान भेजा है, कृपया आर्टिकल 246-256 पढ़िए, शेड्यूल 7 लिस्ट 3 की एंट्री 17 को समझिए. शेड्यूल 3 में दी गयी शपथ पुनः दुहरायें और अंत में पाकिस्तान के प्रथम कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल का त्यागपत्र जरूर पढ़ें”.

उपाध्याय ने अपने दूसरे ट्वीट में अरविंद केजरीवाल को टैग करते हुए लिखा,

” माननीय केजरीवाल जी, आपके लिए भारत का संविधान भेज दिया है कृपया एकबार आर्टिकल 246 और 256 पढ़ें शेड्यूल 7 लिस्ट 3 की एंट्री 17 को समझें शेड्यूल 3 में दी गयी शपथ पुनः दुहरायें और अंत में पाकिस्तान के प्रथम कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल का त्यागपत्र जरूर पढ़ें”.

अपने तीसरे ट्वीट में उपाध्याय ने राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा,

“प्रिय राहुल जी, आपके लिए संविधान भेज दिया है एक बार आर्टिकल 246-256 पढ़िए शिड्यूल 7 लिस्ट 1 एंट्री 17 को देखिए न समझ आये तो सिंघवी जी से पूछिए शिड्यूल 3 की अपनी शपथ पुनःदुहराइये, CAA का विरोध करने से पहले पाकिस्तान के प्रथम कानून मंत्री मंडल का त्यागपत्र जरूर पढ़िए “.

अब इंतजार इस बात का है कि इन तीनों ही पार्टियों के नेता बीजेपी पर किस तरह से पलटवार करते हैं.

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