वाह योगी जी , वाह

भारत को धर्मनिरपेक्षता के लबादे में छुपाकर दशकों तक राजनेता खासतौर से सत्ता में बैठे राजनेता इस तरह की तस्वीरों से बचते रहे हैं । लेकिन माहौल बदला और ऐसा बदला कि अब मुख्यमंत्री को अपनी परंपरा का , धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन करने में कोई संकोच नहीं होता।
बल्कि योगी आदित्यनाथ जैसे मुख्यमंत्री ने अन्य नेताओं को भी विवश कर दिया है सार्वजनिक रूप से पूजा अर्चना करने के लिए। इसलिए तो हम कह रहें है कि वाह योगी जी , वाह ।

अब आपको पूरी खबर बताते हैं । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार सुबह 11:30 बजे गोरखपुर पहुंचे पूजा-अर्चना करने के लिए , हवन और कन्या पूजन करने के लिए। गोरखपुर एयरपोर्ट से सीधे गोरखनाथ मंदिर पहुंचे योगी ने मंदिर में पहले हवन किया।

उसके बाद कन्या एवं बटुक भैरव के पांव पखार कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने 51 कन्याओं के पांव धोये और उसके बाद चुनरी पहनाकर उनका पूजन किया। गोरखनाथ मंदिर में यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। रामनवमी के दिन गोरक्षपीठ के महंत द्वारा कन्या पूजन किया जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई वर्षों से इस परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद भी योगी अपनी परंपरा को नहीं भूले।

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