देश में पहली बार गुजरात विधानसभा चुनाव में होगा वीवीपीएट मशीन का उपयोग

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर हाल के कई चुनावों में कुछ सीटों पर ईवीएम के साथ-साथ वीवीपीएट मशीनों का उपयोग  किया गया । लेकिन आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव देश का पहला चुनाव होने जा रहा है जिसमें सभी सीटों पर ईवीएम मशीन के साथ साथ वीवीपीएट मशीनों का उपयोग किया जाएगा। मतदाताओं को बूथ के नक्शे के साथ मतदाता पर्ची दी जाएगी। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त अचल कुमार ज्योति अगले महीने गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा के लिए गांधीनगर भी जाएंगे।

गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने मतदान केंद्रों की संख्या भी दो हजार के लगभग बढ़ाकर 50 हजार 120 कर दी है। आयोग इस चुनाव में करीब 75 हजार ईवीएम मशीन का उपयोग करेगा, जो राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों से भी मंगा ली गई है। उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद ईवीएम के साथ वीवीपीएट यानि वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल मशीन भी लगाना पड़ेगा। इसके लिए आयोग ने कवायद शुरू कर दी है। भारत इलेक्ट्रॉनिक ने दस हजार जबकि इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने 5 हजार वीवीपीएट मशीन उपलब्ध करा दीं हैं हालांकि कुल जरूरत 60 हजार मशीनों की है।

गौरतलब है कि गुजरात की पाटीदार नेता रेशमा पटेल ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल कर ईवीएम के साथ वीवीपीएट लगाकर ही चुनाव कराने की मांग की थी। रेशमा ने देश के विविध राज्यों के चुनाव परिणामों के बाद गुजरात चुनाव में सत्ताधारी दल की ओर से गड़बड़ी की आशंका जताते हुए यह याचिका दाखिल की थी। देश में पहली बार गुजरात चुनाव में वीवीपीएट मशीन का उपयोग होगा। उधर, कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य चुनाव आयोग से मुलाकात कर कहा है कि पर्याप्त संख्या में वीवीपीएट की व्यवस्था नहीं हो तो राज्य में बैलेट पेपर से ही चुनाव संपन्न कराएं। कांग्रेस बीते वर्षों में हुए विविध राज्यों के चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए कहीं ना कहीं ईवीएम को जिम्मेदार मानती है, इसीलए गुजरात चुनाव से पहले इस मुद्दे को उठा रही है।

इसे भी पढ़ें :  ISRO ने फिर बनाया इतिहास, 31 सैटलाइट्स को एक साथ किया लॉन्च

सोमवार को राज्य चुनाव आयोग ईवीएम -वीवीपीएट का पहला परीक्षण करेगा। राज्य चुनाव आयोग के मुख्य चुनाव अधिकारी बीबी स्वेन ने केंद्रीय चुनाव आयुक्त ज्योति से मुलाकात के बाद राज्य सरकार को आगामी 10 अक्टूबर तक आवश्यक प्रशासनिक फेरबदल करने को कहा है। अक्टूबर के पहले सप्ताह में मुख्य चुनाव आयुक्त एके ज्योति अन्य चुनाव आयुक्तों के साथ गुजरात आएंगे। संभवत इस दौरे में राज्य चुनाव की तिथि भी घोषित हो सकती है।