विश्व के इतने सारे नेता दिल्ली में क्यों है ? What is Raisina Dialogue ?

दुनियाभर के बड़े-बड़े नेताओं , मंत्रियों और थिंकटैंक के विशेषज्ञों का दिल्ली में जमावड़ा लगा हुआ है , लेकिन क्या आपको पता है कि ये सारे दिग्गज दिल्ली में क्यों मौजूद है ? आखिर क्या है ये रायसीना डायलॉग ?

दुनिया के 7 देशों ( न्यूजीलैंड , अफगानिस्तान , कनाडा, स्वीडन , डेनमार्क , भूटान और दक्षिण कोरिया ) के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष , रुस , ईरान,डेनमार्क , हंगरी , मालदीव , दक्षिण अफ्रीका , इस्टोनिया और यूरोपीय यूनियन सहित दुनिया के 12 देशों के वर्तमान विदेश मंत्री , 30 अलग-अलग देशों में काम कर रहे थिंक टैंक के मुखिया और 100 देशों के 700 से अधिक प्रतिनिधि दिल्ली में रायसीना डायलॉग (Raisina Dialogue-2020) के मंच पर नजर आए , हॉल में बातचीत करते नजर आए. विश्व की तमाम बड़ी-बड़ी समस्याओं पर , भविष्य में आने वाली चुनौतियों पर. ये सभी अगले 3 दिनों तक दिल्ली में तमाम वैश्विक समस्याओं और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे.

 

आप ये जरूर सोच रहे होंगे कि आखिर ये Raisina Dialogue-2020 है क्या ? दुनिया के इतने सारे दिग्गज भारत की राजधानी दिल्ली में क्यों आए हैं अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं पर विचार-विमर्श करने के लिए ? क्या भारत वाकई इतना शक्तिशाली देश बन गया है कि दुनिया के तमाम देश अब भारत की तरफ उम्मीदों से देख रहे हैं ? क्या इसलिए ये तमाम दिग्गज भारतीय प्रधानमंत्री , भारत के विदेश मंत्री , अलग-अलग राज्यों के मंत्रियों , पूर्व केंद्रीय मंत्रियों और विशेषज्ञों की राय बड़े ही ध्यान से सुन रहे हैं और अपनी बात रख रहे हैं ?

आखिर ये Raisina Dialogue-2020 है क्या ?

दुनिया भर में अमेरिका ऐसा देश माना जाता है जिसकी राजधानी वाशिंगटन में कई स्वतंत्र और कई सरकारी थिंक टैंक संस्थाएं काम करती है जो पॉलिसी मेकिंग में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान देती है. ये अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी विश्व के कई देशों की सरकारों की नीतियों को प्रभावित करती नजर आती है. अब भारत ने भी पिछले कुछ सालों से इस दिशा में अपने कदम बढ़ा दिए हैं. भारत में भी अब उद्यमी इस तरह के थिंक टैंक को बनाने में निवेश करने लगे हैं.

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रायसीना डायलॉग -2020 और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन

ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन नाम की संस्था 2016 से भारत की राजधानी दिल्ली में रायसीना डायलॉग के बैनर तले इस तरह के बहुपक्षीय सम्मेलन का आयोजन कर रही है. यह सम्मेलन वैश्विक राजनीति , अर्थनीति , कूटनीति और तमाम अंतर्राष्ट्रीय मह्त्व के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भारत का महत्वपूर्ण मंच बन गया है.इसमें दुनिया के अलग-अलग देशों के प्रमुख , पूर्व राष्ट्राध्यक्ष , केबिनेट मंत्री , नेता और बड़े अधिकारी शिरकत करते हैं. इनके साथ ही दुनिया के अलग-अलग देशों के निजी क्षेत्र के विशेषज्ञ , शिक्षाविद्द , मीडिया एक्सपर्ट भी शामिल होते हैं. इस सम्मेलन का आयोजन भारतीय विदेश मंत्रालय के सहयोग से ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन करता है.

जानिए ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन को

ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन – Observer Research Foundation भारत की एक थिंकटैंक संस्था है जिसे सबसे ज्यादा सहायता राशि रिलायंस देती है. राजधानी दिल्ली के अलावा , मुंबई , चेन्नई और कोलकाता में ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के केन्द्र स्थापित है. यह संस्था सुरक्षा , रणनीति , अर्थव्यवस्था , विकास, शासन , ऊर्जा संसाधन के क्षेत्र में काम करती है. 2016 से ये संस्था दिल्ली में रायसीना डायलॉग का आयोजन कर रही है. रायसीना डायलॉग-2020 इस तरह का 5 वां आयोजन है .