2001 के भीषण भूकंप में बर्बाद हुए कच्छ के इस गांव ने विश्व पटल पर बनाई नई पहचान – पीएम मोदी ने की प्रशंसा

कच्छ में वर्ष 2001 में आए भयावह भूकंप के बाद गुमनाम हो चुके धोरडो गांव ने विश्व पटल पर बनाई नई पहचान।

कच्छ के इस गांव ने तबाही से पर्यटन तक की शानदार विकास यात्रा की है और आज कच्छ के इस धोरडो गांव को विश्व के उत्कृष्ट पर्यटन गांवों में शामिल किया गया है।इस गांव ने विश्व पटल पर एक नई पहचान बनाई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) द्वारा गुजरात के कच्छ जिले के धोरडो गांव को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव घोषित किए जाने की प्रंशसा की।

धोरडो के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए प्रधानमंत्री ने वर्ष 2009 और वर्ष 2015 में धोरडो गांव की अपनी यात्रा की कुछ तस्वीरें साझा कीं।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया, “कच्छ के धोरडो गांव को उसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए सम्मानित किए जाने पर बेहद रोमांचित हूं। यह सम्मान न केवल भारतीय पर्यटन की संभावनाओं, बल्कि विशेष रूप से कच्छ के लोगों के समर्पण को भी दर्शाता है। धोरडो इसी तरह जगमगाता रहे और विश्व भर के पर्यटकों को आकर्षित करता रहे! मैं वर्ष 2009 और वर्ष 2015 में धोरडो की अपनी यात्राओं की कुछ यादें साझा कर रहा हूं। मैं आप सभी को धोरडो की अपनी पिछली यात्राओं की यादें साझा करने के लिए भी आमंत्रित करता हूं। इससे और भी लोग यहां आने के लिए प्रेरित होंगे और, #AmazingDhordo का उपयोग करना न भूलें।”

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