नीतीश कुमार के नए शिक्षा मंत्री डॉ मेवालाल चौधरी ने दिया इस्तीफा – कारण पढ़कर चौंक जाएंगे आप लेकिन इस्तीफे को लेकर ये क्या बोल गए तेजस्वी यादव

विधानसभा चुनाव खत्म होने , मुख्यमंत्री पद की शपथ ले लेने और मंत्रियों के विभाग बंटवारे के बावजूद विवाद नीतीश कुमार का साथ छोड़ ही नहीं रहे है।

पहले मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल ने नीतीश के बहुमत और जीतने के तौर तरीके को लेकर सवाल खड़ा किया तो वहीं मंत्रिमंडल के गठन के बाद भ्रष्टाचार को लेकर नीतीश कुमार की प्रतिबद्धता पर भी सवाल खड़े किए गए।

यह सवाल सरकार के नए शिक्षा मंत्री डॉ मेवालाल चौधरी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर खड़े किए गए और अब इसी मंत्री को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है।

नीतीश के शिक्षा मंत्री ने दिया इस्तीफा

भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण विपक्षी दलों के निशाने पर आए नीतीश कुमार के नवनियुक्त शिक्षा मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मेवालाल चौधरी ने आज ही भारी हंगामे के बीच 1 बजे अपना कार्यभार संभाला था लेकिन उन्होंने 3 बजे अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

आपको बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल समेत तमाम विपक्षी दल पिछले 2 दिनों से लगातार मेवालाल चौधरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में मेवालाल की कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही थी।

दरअसल, 2017 में मेवालाल चौधरी पर भागलपुर के सबौर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए नौकरी में भारी घपले बाजी करने का आरोप है। उनके ऊपर आरोप है कि कुलपति रहते हुए उन्होंने 161 असिस्टेंट प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की। इस मामले को लेकर उनके ऊपर प्राथमिकी भी दर्ज है।

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इस्तीफे के बावजूद तेजस्वी ने बोला हमला

राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव लगातार डॉ मेवालाल चौधरी के शपथ को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे थे लेकिन तेजस्वी यादव मंत्री के इस्तीफे के बावजूद शांत नहीं हुए। उन्होंने एक के बाद एक , 2 ट्वीट करके लिखा,

” मा. मुख्यमंत्री जी,

जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें। महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी। अभी तो 19 लाख नौकरी,संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे। जय बिहार,जय हिन्द “

 

” मैंने कहा था ना आप थक चुके है इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है।

जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया
थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया
घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया।

असली गुनाहगार आप है। आपने मंत्री क्यों बनाया??आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी? “

मतलब बिल्कुल साफ है कि यह विवाद इतनी आसानी से नीतीश कुमार का साथ छोड़ने वाला नहीं है।