सावधान – देश के 10 राज्यों में फैला बर्ड फ्लू, जानिए अपने राज्य का हाल

कोरोना के बाद अब देश में बर्ड फ्लू का कहर भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। सोमवार , 11 जनवरी तक देश के 10 राज्यों में एवियन इन्फ्लुएंजा (बर्ड फ्लू)  की पुष्टि हो गई है। केंद्र सरकार ने इसकी पुष्टि करते हुए राज्य सरकारों को एहतियात बरतने की सलाह दी है।

केंद्र सरकार ने राज्यों को बर्ड फ्लू को लेकर जागरूकता फैलाने की सलाह दी है ताकि लोग अफवाहों से बच सकें। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी गई है कि जल स्रोत , चिड़ियाओं के बाजार, जू, पोल्ट्री फार्मों जैसी जगहों पर निगरानी बढ़ाई जाए, पक्षियों के शवों को अच्छी तरह से हटाने की व्यवस्था की जाए और साथ ही पक्षियों को मारने के दौरान PPE किट और जरूरी सामानों का भी पर्याप्त स्टॉक रखा जाए।

दस राज्यों में हुई बर्ड फ्लू की पुष्टि

आईसीएआर-एनआईएचएसएडी ने राजस्थान के टोंक, करौली, भीलवाड़ा जिलों और गुजरात के वलसाड, वडोदरा और सूरत जिलों में कौवों और प्रवासी/जंगली पक्षियों की मौत होने की पुष्टि की है। इसके अलावा, उत्तराखंड के कोटद्वार और देहरादून जिलों में भी कौवों की मौत होने की पुष्टि हुई है। नई दिल्ली में कौवों और संजय झील क्षेत्रों में बत्तखों की मौत होने की भी जानकारी मिली है।

इसके अलावा, परभानी जिले में मुर्गियों के बर्ड फ्लू से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है, जबकि महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, दापोली और बीड में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।

हरियाणा में, इस बीमारी की रोकथाम और नियंत्रण के लिए संक्रमित पक्षियों की कुल्लिंग का काम जारी है। एक केन्द्रीय दल ने हिमाचल प्रदेश का दौरा किया है और यह दल उपरी केंद्र स्थलों की निगरानी करने और महामारी विज्ञान संबंधी जांच-पड़ताल करने के लिए 11 जनवरी, 2021 को पंचकूला पहुंचा है।

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इसका सामना करने के लिए राज्यों से जनता में जागरूकता पैदा करने और गलत जानकारी का प्रसार रोकने के लिए अनुरोध किया गया है। राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से अनुरोध किया गया है कि जल निकायों, पक्षी बाजारों, चिड़ियाघरों, पोल्ट्री फार्मों आदि के आसपास निगरानी बढ़ाएं, पक्षियों के शवों का  उचित निपटारा करें और पोल्ट्री फार्मों में जैव-सुरक्षा को मजबूत बनाएं।

इसके अलावा, कुल्लिंग परिचालनों के लिए आवश्यक पीपीई किटों और सहायक उपकरणों का भी पर्याप्त भंडारण किया जाएं।  डीएएचडी के सचिव ने राज्य पशुपालन विभागों से अनुरोध किया कि इस बीमारी की स्थिति की कड़ी निगरानी के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ प्रभावी संचार और तालमेल सुनिश्चित करें और इस बीमारी की मनुष्यों में फैलने की किसी भी संभावना को रोका जाए।

कैसे बचें बर्ड फ्लू से – डॉक्टरों की सलाह

हालांकि आप थोड़ी सावधानी बरत कर बर्ड फ्लू के कहर से बच सकते हैं। विशेषज्ञ डॉक्टरों के मुताबिक, H5N1 वायरस के खतरे से बचने के लिए लोगों को पक्षियों के साथ सीधे संपर्क में आने से बचना चाहिए। पक्षियों के मल, लार, नाक-मुंह या आंख से स्राव के माध्यम से भी ये बीमारी इंसानों में फैल सकती है। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि दुकान से चिकन खरीदने के बाद उसे धोते वक्त ग्लव्स और मास्क जरूर पहनें। कच्चा मांस या अंडा भी किसी इंसान को संक्रमित कर सकता है लेकिन यदि इसे अच्छी तरह से पकाया जाए तो चिकन और अंडा खाने में खतरा नहीं है।