मायावती ने लखनऊ में किया मतदान , पहली बार बसपा को नहीं किया वोट

लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के तहत उत्तर प्रदेश में भी 14 सीटों पर लोकसभा चुनाव हुए। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती भी वोट करने के लिए पहुंची और पहली बार मायावती ने अपनी ही पार्टी बसपा जिसकी वो राष्ट्रीय अध्यक्ष है को वोट नहीं किया। मायावती ने शायद पहली बार बसपा के हाथी की बजाय सपा के साइकिल के सामने वाले के बटन को दबा कर अखिलेश यादव के उम्मीदवार को वोट कर दिया।

इसे लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया । क्या मायावती ने जानबुझ कर हाथी को वोट नहीं दिया ? आखिर हाथी की बजाय साइकिल पर वोट देने के पीछे मायावती की मंशा क्या थी ? क्या सोचकर मायावती ने अपने कट्टर दुश्मन की पार्टी सपा को वोट दे दिया ?

दरअसल , मायावती के वोट को लेकर जानबुझकर बखेड़ा खड़ा किया जा रहा है । जबकि सबको यह मालूम है कि इस बार उत्तर प्रदेश में बसपा अखिलेश यादव की सपा और अजीत सिंह की रालोद के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। इस समझौते के तहत लखनऊ की सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई है और अखिलेश ने गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा को चुनावी मैदान में उतारा है यानी मायावती ने हाथी की बजाय साइकिल पर वोट दिया है , खबर का यह एंगल ही गलत है । दरअसल , सच यह है कि मायावती ने एक वोटर के तौर पर अपने गठबंधन के उम्मीदवार को जो साइकिल के निशान पर चुनाव लड़ रही है को ही वोट दिया है।

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