इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके कहा कि वह आज से शुरू हो रहे नवरात्रि पर कोरोना के खिलाफ जंग में लगे लोगों की अच्छी सेहत के लिए प्रार्थना करेंगे। मोदी ने इसमें मेडिकल स्टाफ, पुलिस, मीडिया आदि का नाम लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा,
“आज से नवरात्रि शुरू हो रही है। वर्षों से मैं मां की आराधना करता आ रहा हूं। इस बार की साधना मैं मानवता की उपासना करने वाले सभी नर्स, डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जुटे हैं, के उत्तम स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं सिद्धि को समर्पित करता हूं।”
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 2 ट्वीट करके देशवासियों को उगादि, गुड़ी-पड़वा, साजीबू चेराओबा और नवरेह के त्योहार की बधाई दी।
उन्होंने लिखा कि देशभर में आज से कई त्योहारों की शुरूआत हो रही है। कई त्योहार मनाए जाने हैं, इन सबका सेलिब्रेशन वैसा नहीं होगा लेकिन ये त्योहार हमें संकट से निकलने का हौसला जरूर देंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि देश ऐसे ही मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ता रहेगा।
]]>आपके वाईस-चांसलर भैया के खिलाफ तो आरोपों की फेहरिश्त ख़त्म ही नहीं हो रही है…
महात्मा गांधी सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी, मोतीहारी. जब से बना तब से विवादों के समंदर में डूबता-तैरता, किसी तरह अपना वजूद बचाए रखने की जद्दोजहद कर रहा है. इस यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए चंपारण की जनता ने अथक मेहनत की थी. लेकिन, आज भी यह सेंट्रल यूनिवर्सिटी राजनीति का ऐसा अखाड़ा बना हुआ है, जहां चाहे कोई भी जीते, हारती हर बार चंपारण की जनता है.
अब यहाँ एक नए वीसी आए है. संजीव शर्मा. कुमार विश्वास के भाई है. मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से आए है. अब जो जानकारी मिल रही है, इनके खिलाफ भी कई आरोप है. यहाँ तक कि इनकी नियुक्ति की वैधता भी चुनौती दी जा रही है. वित्तीय-प्रशासनिक अनियमितता के आरोप लगाए जा रहे है.
मैं ये बातें तो अपनी तरफ से लिख रहा हूँ और न ही मेरा कोई परसेप्शन है, सिवाए एक परसेप्शन के कि चूंकि वे कुमार विश्वास के भाई है और कुमार जी उर्फ राष्ट्रकवि की निष्ठा फिलहाल जगजाहिर है. तो मैं इसमे पोलिटिकल कनेक्शन भी देख पा रहा हूं.
फिलहाल, नीच आरोपों का विवरण दे रहा हूं, जो कुछ प्रोफेसरों ने ही लिख कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मानवा संसाधन मंत्री को भेजा है.ये अलग बात है कि अब तक उस पर कोई एक्शन नहीं लिया जा सका है. क्यों नहीं लिया जा सका है, इसमे भी मैं पोलिटिकल कनेक्शन ही देखता हूँ.
फिर से ध्यान दीजिए कि महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर, हमारे प्रिय राष्ट्रकवि उर्फ कुमार विश्वास के भैया जी है. फिलहाल, आरोप पत्र पर नजर डालिए…
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Note – आम आदमी पार्टी से नाराज चल रहे कुमार विश्वास से एक पत्रकार शशि शेखर ने उनके भाई को लेकर कुछ ऐसे सवाल पूछ डाले हैं जिसे लेकर काफी चर्चा हो रही है….हम फेसबुक पर लिखे उनके कथन को यहां प्रकाशित कर रहे हैं. अगर कुमार विश्वास या उनके भाई की तरफ से इसे लेकर कोई जवाब आता है तो हम उसे भी अपनी साइट पर छापने का वादा करते हैं. हमारा मेल आईडी है- onlypositivekhabar@gmail.com
]]>20 जनवरी को ‘परीक्षा पे चर्चा 2.0’ कार्यक्रम के जरिए पीएम मोदी हाईस्कूल से लेकर कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट्स से बातचीत करेंगे. आपको बता दें कि मोदी ने पिछले साल भी बोर्ड परीक्षाओं और एडमिशन प्रक्रिया शुरू होने से पहले इसी तरह छात्रों से बातचीत की थी. लेकिन इस बार खास बात ये है कि स्टूडेंट्स को मोदी से मुलाकात करने का मौका भी मिलेगा.
यह कार्यक्रम तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित होगा और इसका लाइव प्रसारण भी किया जाएगा. इस कार्यक्रम में चयनित छात्रों को प्रधानमंत्री से पढ़ाई से संबंधित प्रश्न पूछने की अनुमति होगी.
इसमें भाग लेने के लिए छात्रों को सरकार की वेबसाइट पर प्रतियोगिता में भाग लेना होगा. छात्रों को कविता , कहानी , शॉर्ट फिल्म , पोस्टर या गानों के जरिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करना होगा .
सबसे खास बात यह है कि इस प्रतियोगिता में शामिल होने का आज आखिरी मौका है , इसलिए आज ही सरकार की वेबसाइट ( mygov.in ) पर जाकर तुरंत अपने बच्चें का रजिस्ट्रेशन कराइये.
]]>कर्नाटक की धरती से विरोधियों को नसीहत देते हुए पीएम मोदी ने कहा ,
“ अगर आपको नारे लगाने ही हैं तो पाकिस्तान में जिस तरह अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है , उससे जुड़े नारे लगाइए. अगर आपको जुलूस ही निकालना है तो पाकिस्तान से आए हिंदू-दलित-पीड़ित-शोषितों के समर्थन में जुलूस निकालिए. “
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज हर देशवासी के मन में सवाल है कि जो लोग पाकिस्तान से अपनी जान बचाने के लिए , अपनी बेटियों की जिंदगी बचाने के लिए यहां आए हैं , उनके खिलाफ तो जुलूस निकाले जा रहे हैं लेकिन जिस पाकिस्तान ने उनपर ये जुल्म किया , उनके खिलाफ इन लोगों के मुंह पर ताले क्यों लगे हुए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने नागरिकता क़ानून को लेकर कांग्रेस और उनके सहयोगियों पर भी हमला करते हुए कहा कि वे देश की संसद के ही ख़िलाफ़ आंदोलन कर रहे हैं और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कुछ नहीं बोलते जहाँ अल्पसंख्यकों का दमन किया जा रहा है.
उन्होने कहा कि आज जरूरत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब करने की है जिसने पिछले 70 सालों में अपने ही देश में अल्पसंख्यकों पर जुल्म ढ़ाये है.
]]>प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दोपहर में ट्वीट किया , दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जन्मदिन की शुभकामनाएं . वह उनके अच्छे स्वास्थ्य और लंबे जीवन की कामना करते हैं.
इसके कुछ ही देर बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री की तरफ से जवाब भी आया. अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को जवाब देते हुए ट्वीट किया , आपकी शुभकामनाओं के लिए बहुत शुक्रिया प्रधानमंत्री सर .
पिछले कुछ सालों में केंद्र और दिल्ली की राज्य सरकार के बीच लगातार कई मुद्दों पर तनातनी रही है . कुछ ही महीनों बाद दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने है और ऐसे में एक बार फिर से यह तल्खी दिखाई देगी लेकिन आज की बधाई और धन्यवाद भारतीय लोकतंत्र का जीवंत स्वरूप दिखाता है .
]]>सदैव अटल स्मारक पिछले साल दिसंबर में राष्ट्र को समर्पित किया गया था . इसके मध्य में काले रंग के ग्रेनाइट पत्थर से वाजपेयी की समाधि बनाई गई है और बीच में एक दीया रखा गया है . हवा से बचाने के लिए इस दीये को थोड़ी ऊंचाई पर ढक दिया गया है . वाजपेयी का पिछले साल 16 अगस्त को 93 वर्ष की उम्र में एम्स में निधन हो गया था .
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद बीजेपी ने उनकी अस्थियों को देश की 100 नदियों में प्रवाहित किया था और इसकी शुरुआत हरिद्वार में गंगा में विसर्जन के साथ हुई थी. अपनी कविताओं और भाषणों के लिए हमेशा जाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के संस्थापकों में से एक थे. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को 2014 में देश के सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था.
अटल जी पहली बार 1996 में प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार सिर्फ 13 दिनों तक ही चल पाई थी.1998 में वह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने, तब उनकी सरकार 13 महीने तक चली थी. 1999 में तीसरी बार प्रधानमंत्री बने और 2004 तक पीएम रहे . 2004 लोकसभा चुनाव के बाद तबीयत खराब होने की वजह से उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली थी.
]]>भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी कि 3 मई के पूर्वाह्न में पुरी के दक्षिण में स्थित ओडिशा के तट से चक्रवाती तूफान ‘फोनी’ के टकराने का अंदेशा है। इस दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक की प्रचंड रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है। यही नहीं, इस वजह से गंजाम, गजपति, खुर्दा, पुरी एवं जगतसिंहपुर, केन्द्रपाड़ा, भद्रक, जाजपुर एवं बालासोर सहित ओडिशा के कई तटीय जिलों में भारी बारिश होने का अंदेशा है। इसी तरह पश्चिम बंगाल के पूर्वी एवं पश्चिमी मेदिनीपुर, दक्षिणी एव उत्तरी 24 परगना, हावड़ा, हुगली, झारग्राम एवं कोलकाता जिलों के साथ-साथ आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों के भी इस तूफान से प्रभावित होने की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग ने आगाह करते हुए कहा है कि लगभग 1.5 मीटर ऊंची तूफानी लहर उत्पन्न होने की प्रबल आशंका है, जिससे तटीय क्षेत्र से टकराने के समय ओडिशा के गंजाम, खुर्दा, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों के निचले तटीय क्षेत्रों में बाढ़ आ सकती है। आईएमडी सभी संबंधित राज्यों को गत 24 अप्रैल से ही हर तीन घंटे पर बुलेटिन जारी करता रहा है, जबकि आज से वह हर घंटे बुलेटिन जारी कर रहा है, जिसमें नवीनतम पूर्वानुमान की जानकारी दी जाती है।
कैबिनेट सचिव इस संबंध में राज्य एवं केन्द्रीय एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए 29 अप्रैल, 2019 से ही राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक प्रतिदिन कर रहे हैं। इन बैठकों में ओडिशा, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु एवं पुडुचेरी के मुख्य सचिव/प्रधान सचिव के साथ-साथ संबंधित केन्द्रीय मंत्रालयों के सचिव भी भाग ले रहे हैं। राज्य सरकारों ने इस चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए किए गए सभी उपायों से एनसीएमसी को अवगत करा दिया है। ओडिशा लगभग 7.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी में है और इसके साथ ही ओडिशा ने सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे लोगों के रहने के लिए लगभग 900 तूफान आश्रय स्थलों को पूरी तरह से तैयार रखा है। कैबिनेट सचिव के निर्देश के अनुसार सभी केन्द्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों ने चक्रवाती तूफान फोनी से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए हैं।
गृह मंत्रालय संबंधित राज्य सरकारों और केन्द्र सरकार की एजेंसियों से निरंतर संपर्क में है। गृह मंत्रालय ने उन चार राज्यों को अग्रिम तौर पर 1086 करोड़ रुपये पहले ही जारी कर दिए हैं, जिनके इस चक्रवाती तूफान से प्रभावित होने का अंदेशा है। राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) ने पांच राज्यों में नावों, पेड़ काटने वाली मशीनों, दूरसंचार उपकरणों इत्यादि से लैस 54 टीमों को पहले से ही पूरी तरह तैयार रखा है। एनडीआरएफ ने इसके साथ ही 31 टीमों की अतिरिक्त या आपातकालीन व्यवस्था भी कर रखी है।
भारतीय तटरक्षक और नौसेना ने राहत एवं बचाव कार्यों के लिए जहाजों और हेलिकॉप्टरों को भी पहले से ही तैनात कर दिया है। तीन राज्यों में सेना एवं वायुसेना यूनिटों की भी अतिरिक्त व्यवस्था की गई है। विशाखापत्तनम में मानवीय सहायता से लैस आठ जहाजों और आपदा राहत यूनिटों की आपातकालीन व्यवस्था की गई है। निगरानी विमान और हेलिकॉप्टर पूर्वी तट की निरंतर निगरानी कर रहे हैं। चेन्नई, विशाखापत्तनम, चिल्का और कोलकाता में आपदा राहत टीमों (डीआरटी) और चिकित्सा टीमों (एमटी) की अतिरिक्त या आपातकालीन व्यवस्था की गई है।
विद्युत मंत्रालय ने आपातकालीन त्वरित कदम वाली प्रणालियों को सक्रिय कर दिया है और इसके साथ ही मंत्रालय ने ट्रांसफॉर्मरों, डीजी सेटों एवं उपकरणों इत्यादि को भी पूरी तरह से तैयार रखा है, ताकि बिजली आपूर्ति तत्काल बहाल की जा सके। दूरसंचार मंत्रालय सभी टेलीकॉम टावरों एवं एक्सचेंजों पर निरंतर करीबी नजर रख रहा है और इसके साथ ही यह मंत्रालय दूरसंचार नेटवर्क को बहाल करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रेल मंत्रालय ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए ओडिशा के प्रभावित क्षेत्रों में 99 रेलगाड़ियों का परिचालन रद्द कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने समुचित कदम उठाने वाली 17 सार्वजनिक स्वास्थ्य टीमों के साथ-साथ आपातकालीन दवाओं से लैस त्वरित कदम उठाने वाली 5 चिकित्सा टीमों को भी पूरी तरह से तैयार रखा है। खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने तैयार खाद्य पदार्थों के पैकेटों का इंतजाम पहले ही कर लिया है। इसी तरह पेयजल मंत्रालय ने बोतलबंद पेयजल की समुचित व्यवस्था कर ली है। शिपिंग मंत्रालय ने पारादीप बंदरगाह पर सभी जहाजों का परिचालन रोक दिया है। इसके साथ ही शिपिंग मंत्रालय ने आपातकालीन जहाजों (झटके से खींचने की सुविधा वाली नौका) की तैनाती सुनिश्चित कर दी है।
एनडीआरएफ असुरक्षित स्थानों से लोगों की निकासी करने में राज्य की एजेंसियों की सहायता कर रहा है। एनडीआरएफ इसके साथ ही चक्रवाती तूफान से निपटने के तरीके बताते हुए निरंतर सामुदायिक जागरूकता अभियान भी चला रहा है।
प्रधानमंत्री ने चक्रवाती तूफान से उत्पन्न स्थिति से निपटने की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों को हरसंभव कदम उठाने का निर्देश दिया, ताकि राज्य सरकारों द्वारा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना सुनिश्चित किया जा सके। प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों को बिजली, दूरसंचार, पेयजल एवं स्वास्थ्य जैसी सभी आवश्यक सुविधाओं का समुचित रखरखाव सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया, ताकि इन्हें कोई भी नुकसान पहुंचने की स्थिति में इन सेवाओं की बहाली तत्काल हो सके। प्रधानमंत्री ने नियंत्रण कक्षों का चौबीसों घंटे परिचालन सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
इस बैठक में कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, एनडीआरएफ एवं भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के महानिदेशकों और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), गृह मंत्रालय एवं आईएमडी के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।
]]>कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव बनने के बाद अपने भाई व कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी में पहुंची प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री पद को लेकर बड़ा बयान दिया है ।
तमाम कयासों को दरकिनार करते हुए कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत में प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो राहुल गांधी ही देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे।
अमेठी के मुसाफिरखाना स्थित एएच इंटर कालेज में 1953 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करते हुए प्रियंका में उन्हे लोकसभा चुनाव में जीत का गुरुमंत्र भी दिया।
प्रियंका ने अमेठी में बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए कहा कि अमेठी हमारा और राहुल गांधी का घर है। यहां के लोग हमारे परिवार हैं । हम बचपन से यहां आते रहे हैं और हमारा यहां के लोगों से घरेलू रिश्ता है और हमेशा रहेगा ।
बाक़ी नेता चार दिन के लिए आते हैं और चकाचौंध बिखेर कर चले जाते हैं । वो केवल चुनाव लड़ने आते हैं उनका अमेठी के लोगों से दिली रिश्ता कभी नहीं रहा है । आप लोग ऐसे नेताओं से सावधान रहना। ये लोग अमेठी रायबरेली की योजनाओं को छीनकर ले जाते हैं।
प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि मैं पहले के चुनावों में यहां ज़्यादा समय देती थी हालांकि अब उतना समय नहीं दे पाऊंगी। ये आप लोगों का चुनाव है और आप लोग मिलकर राहुल गांधी को ज़्यादा से ज़्यादा मतों से जिताइए।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को नई दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में 100 रुपये का एक स्मारक सिक्का जारी किया। संसद भवन के एनेक्सी में एक कार्यक्रम में केन्द्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा की मौजूदगी में मोदी ने यह सिक्का जारी किया।
इस मौके पर वाजपेयी के साथ काफी लंबे समय तक रहने वाले उनके सहयोगी और वरिष्ठ भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, वित्त मंत्री अरुण जेटली, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और वाजपेयी के परिजन भी मौजूद थे। आपको बता दे कि पिछले वर्ष वित्त मंत्रालय ने 100 रुपये के नए सिक्के के बारे में अधिसूचना जारी की थी।
इस सिक्के का वजन 35 ग्राम और त्रिज्या 2.2 सेंटीमीटर है और यह 50 पचास फीसदी चांदी, 40 फीसदी तांबा, पांच फीसदी निकेल और पांच फीसदी जस्ते से बनाया गया है। इस सिक्के के अग्रभाग पर बीच में अशोक स्तम्भ है, जिसके नीचे सत्यमेव जयते लिखा है। वृत्त पर बायीं ओर भारत और दाहिनी ओर अंग्रेजी में इंडिया लिखा है।
सिक्के के पीछे की तरफ वाजपेयी का चित्र है। ऊपर के वृत्त पर वायीं ओर देवनागरी में और दाहिनी ओर अंग्रेजी में अटल बिहारी वाजपेयी लिखा है । गौरतलब है कि वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था और इस वर्ष 16 अगस्त को उनका निधन हो गया था। मोदी सरकार वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मना रही है ।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारा मन यह मानने को तैयार नहीं है कि वाजपेयी अब हमारे बीच नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वाजपेयी एक ऐसी महान हस्ती थे, जिन्हें समाज के सभी वर्गों के लोग प्यार और आदर करते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कई दशकों से वाजपेयी की आवाज, जनता की आवाज बनी रही। एक वक्ता के रूप में वे बेजोड़ थे। मोदी ने कहा कि वाजपेयी अपने देश के अब तक के सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं में शामिल हैं।
मोदी ने कहा कि वाजपेयी लंबे अर्से तक विपक्ष में रहे, किन्तु उन्होंने हमेशा राष्ट्रीय हित की बातें ही कहीं। उन्होने कहा कि वाजपेयी लोकतन्त्र को शीर्ष स्थान पर देखते थे। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि वाजपेयी हम सभी को निरंतर प्रेरित करते रहेंगे।
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