प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट करते हुए लिखा, ” मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है। यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्यवाही है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं। ”
एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए जावड़ेकर ने लिखा, ” सोनिया गांधी और राहुल गाँधी के नेतृत्व में काम कर रही #कांग्रेस अभी भी आपातकालीन मनस्तिथि में है। इसी का सबूत आज महाराष्ट्र में उनकी सरकार ने दिखाया है। लोग ही इसका लोकतांत्रिक जवाब देंगे। ”
आपको बता दें कि मुंबई पुलिस ने बुधवार को अर्नब गोस्वामी को 53 वर्षीय इंटीरियर डिजाइनर को कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया है। यह मामला 2018 का है लेकिन इसी साल मई में महाराष्ट्र सरकार की तरफ से इस केस की सीआईडी जांच के आदेश दिए गए थे।
]]>अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया स्टारर रामानंद सागर द्वारा निर्मित रामायण के दूरदर्शन पर पुनःप्रसारण ने टीआरपी की दुनिया में नया इतिहास रच दिया है। रामायण ने अमेरिका के सबसे लोकप्रिय शो गेम ऑफ थ्रोन्स को भी पीछे छोड़ दिया है।
रामायण के शो को इस दौर की युवा पीढ़ी ने भी काफी पसंद किया है। रामायण के इस रिकॉर्ड से एक बार फिर से यह साबित हो गया है कि राम भारत की आत्मा में बसे हुए है और हर दौर का व्यक्ति राम को पसंद करता है, मर्यादा पुरुषोत्तम राम को नमन करता है।
प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेम सागर को कहा – धन्यवाद
मोदी के मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रामानंद सागर के पुत्र प्रेम सागर को रामायण सीरियल को पुनःप्रसारण के लिए देने के लिए धन्यवाद कहा है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेम सागर को फोन करके और पत्र लिखकर धन्यवाद कहा है।
प्रकाश जावड़ेकर का लिखा पत्र
प्रेम सागर को लिखे पत्र में प्रकाश जावड़ेकर ने रामायण सीरियल की सामग्री दूरदर्शन को उपलब्ध कराने के लिए दिल की गहराई से धन्यवाद कहा है। उन्होंने आगे लिखा,
” रामायण के पुनःप्रसारण से बुजुर्गों ने अपनी पुरानी यादों को ताजा किया, वहीं नई पीढ़ी ने पहली बार रामायण का आनंद लिया। 16 अप्रैल, 2020 को 7 करोड़ 70 लाख लोगों ने इसे देखा और पसंद किया। सभी कलाकार, लेखक, निर्माता, दिग्दर्शक, सभी सह कलाकार, संगीतकार एवं इससे जुड़े सभी लोगों को दूरदर्शन की तरफ से धन्यवाद।”
लॉकडाउन के दौर में देश को जनता के एक बड़े वर्ग ने सरकार से मांग की थी कि रामायण और महाभारत जैसे ऐतिहासिक सीरियल का पुनःप्रसारण किया जाए ताकि देश की वर्तमान पीढ़ी भी इस गौरवशाली इतिहास से भली-भांति परिचित हो सके।
इसके बाद सरकार सक्रिय हुई। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ही ट्वीट कर लोगों को रामायण के पुनःप्रसारण की जानकारी दी थी।
]]>एपीजे अब्दुल कलाम: द मिसाइल मैन नाम से बन रही यह फिल्म हॉलीवुड और टॉलीवुड तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री की संयुक्त परियोजना है। बताया जा रहा है कि यह फिल्म 2020 के अंत तक रिलीज हो जाएगी।
जगदीश दानेटी, सुवर्ण पप्पू और मार्टिनी फिल्म्स के जानी मार्टिन द्वारा बनाई जा रही इस फिल्म में मुख्य भूमिका दक्षिण भारत के लोकप्रिय अभिनेता अली ने निभाई है।
फिल्म का पहला लुक रिलीज करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने घोषणा की कि अमेरिका की मार्टिनी फिल्म्स और पिंक जगुआर इंटरटेनमेन्ट मिलकर भारत में एक अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश करके 5 फिल्मों का निर्माण करेगा।
]]>शनिवार को रिटायरमेंट के दिन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर , प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर समेत मंत्रालय और प्रसार भारती के वरिष्ठ अधिकारियों ने सूर्य प्रकाश को फेयरवेल देते हुए उनके योगदान की जमकर तारीफ की।
ए सूर्य प्रकाश ने भी ट्वीट करते हुए भरोसा जताने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को धन्यवाद कहा।
उन्होंने सहयोग के लिए प्रसार भारती के तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों को भी धन्यवाद कहा। आपको बता दें कि ए सूर्य प्रकाश वरिष्ठ पत्रकार है और 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने उन्हें प्रसार भारती जैसे महत्वपूर्ण संस्था का चेयरमैन बनाया था।
Positive Khabar उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता है।
]]>मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने पेपर लीक के मामलों की रोकथाम करने के लिए सीबीएसई द्वारा दसवीं और बारहवीं कक्षाओं की परीक्षा कराने की समूची प्रणाली पर गौर करने के लिए एक उच्चाधिकार प्राप्त समिति गठित की है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अवकाश प्राप्त सचिव (उच्च शिक्षा) विनय शील ओबेरॉय इस सात सदस्यीय उच्चाधिकार प्राप्त समिति के अध्यक्ष होंगे।
समिति इन मुद्दों पर करेगी विचार
जानिए समिति के अन्य सदस्यों के बारे में –
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए कक्षा 1 से 12 तक के पाठ्यक्रमों में सुधार के लिए सुझाव आमंत्रित किए हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि स्कूली पाठ्यक्रमों में शीघ्र सुधार की आवश्यकता है क्योंकि शिक्षा का उद्देश्य, प्रणाली से एक अच्छे व्यक्ति को तैयार करना है। शैक्षिक योग्यता के साथ जीवन कौशल, प्रायोगिक शिक्षा, शारीरिक शिक्षा और रचनात्मक कौशल की भी आवश्यकता होती है। हमें ऐसी प्रणाली विकसित करनी चाहिए जिसमें छात्रों को इनमें से प्रत्येक विषय के लिए समय मिले और वह उस क्षेत्र में प्रगति करे जो उसे पसंद हो।
जावड़ेकर ने स्पष्ट करते हुए कहा कि पाठ्यक्रमों में सुधार की मांग लम्बे समय से रही है और अधिकांश लोग मानते हैं कि यह पाठ्यक्रम आवश्यकता से अधिक विस्तृत है और आधुनिक समय के अनुसार उपयुक्त नहीं है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने शिक्षकों, प्राचार्यों, स्कूल प्रबंधनों, शिक्षाविदों, अभिभावकों, छात्रों, स्वयं सेवी संस्थाओं, विशेषज्ञों, जनप्रतिनिधियों समेत सभी हितधारकों से आग्रह करते हुए कहा कि वे इस मसले पर अपने सुझाव भेंजे।
सुझाव 5 मार्च, 2018 से 6 अप्रैल, 2018 तक लिंक http://164.100.78.75/DIGI पर भेजे जा सकते हैं। सुझाव संक्षिप्त होने चाहिए तथा दिए गए प्रारूप में ऑनलाइन भेजे जाने चाहिए। सुझाव भेजने वालों की व्यक्तिगत जानकारियां गोपनीय रखी जाएंगी।
सीबीएससी और एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम निम्न लिंकों पर उपलब्ध हैं –
http://cbseacademic.nic.in/curriculum.html
http://www.ncert.nic.in/rightside/links/syllabus.html
सुझाव मंगाने का उद्देश्य कक्षा 1 से 12 तक के विभिन्न विषयों की पाठ्य सामग्री (सीबीएससी और एनसीईआरटी) को अधिक संतुलित बनाना है।
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