लेकिन ऐसे माहौल में भी उत्तर प्रदेश की देवरिया जिले की पुलिस ने कमाल कर दिया । देवरिया की पुलिस ने 1-2-3-4 नहीं बल्कि पूरे 151 मोबाइल बरामद किए हैं। जी हां, चौंकिए मत , पूरे 151 मोबाइल बरामद किए हैं और उन्हें उनके असली मालिकों को सौंप भी दिया गया है। इन 151 मोबाइल की कुल कीमत 17 लाख रुपये बताई जा रही है।
आइए आपको पूरा किस्सा बताते हैं। दरअसल , यह कामयाबी देवरिया जिले की पुलिस के साइबर सेल की है। देवरिया पुलिस ने साइबर सेल की मदद से ही 17 लाख रुपये के इन 151 मोबाइल को बरामद किया। शुक्रवार को इनके असली मालिकों को पुलिस लाइन बुलाकर ये मोबाइल सौंप दिए गए।
SP डॉ श्रीपति मिश्र ने दे रखा है मोबाइल बरामदगी का टारगेट
वैसे आपको यह जानकर भी आश्चर्य होगा कि जिले के पुलिस अधीक्षक डॉ श्रीपति मिश्र ने साइबर सेल को मोबाइल बरामदगी का टारगेट भी दे रखा है। SP ने साइबर सेल को हर महीने कम से कम 100 मोबाइल बरामद करने का लक्ष्य दे रखा है। शायद यही वजह है कि साइबर सेल शानदार तरीके से काम कर रही है। जनवरी और फरवरी में सेल ने इन 151 मोबाइल को बरामद किया था। इस कामयाबी से प्रसन्न SP ने साइबर टीम को 10 हजार रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की।
सुनिए इस पूरे मामले पर देवरिया एसपी श्रीपति मिश्र का बयान
लोगों के चेहरे पर लौटी रौनक-धन्यवाद देवरिया पुलिस
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि लोगों को खोए या चोरी हुए मोबाइल के मिलने की उम्मीद कम ही रहती है और ऐसे में जब इनके पास पुलिस का फोन आया और यह कहा गया कि पुलिस लाइन आकर अपना मोबाइल ले जाइए तो पहले तो इन लोगों को भरोसा ही नहीं हुआ और जब यकीन आया तो इनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
वैदही देवी, अनुप्रिया श्रीवास्तव, गीता देवी, दीपक शर्मा, आदर्श गुप्ता, रामसेवक, जसवंत सिंह , मृत्युंजय, गंगा सागर, डॉ कृष्ण मुरारी समेत 120 लोग पुलिस लाइन आकर अपना मोबाइल ले गएं। बाकी बचे हुए 31 लोग व्यक्तिगत व्यस्तता की वजह से मोबाइल लेने नहीं आ पाए।
Positive Khabar का यह मानना है कि प्रदेश के सभी जिलों की पुलिस और सभी राज्यों की पुलिस को इसी पैटर्न को फॉलो करना चाहिए। मोबाइल लोगों के लिए अति-आवश्यक हो गया है । इसलिए इसकी चोरी, गुमशुदगी और छीना-झपटी की घटनाओं पर तुरंत मामला दर्ज कर तेजी से कार्रवाई होनी चाहिए। इससे एक तरफ मोबाइल वापस मिलने से लोगों का भरोसा पुलिस सिस्टम में मजबूत होगा तो वहीं दूसरी तरफ छोटे अपराधियों को भी बड़ा अपराधी बनने से रोकने में काफी मदद मिलेगी क्योंकि उन्हें वक्त रहते यह अहसास हो जाएगा कि कानून के हाथ वाकई लंबे होते हैं।
]]>इस पूरे विवाद की शुरूआत हुई एक ऑडियो के वायरल होने से। बताया जा रहा है कि इस वायरल वीडियो में सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव के भाई दीपक यादव और उनकी कथित प्रेमिका के बीच बातचीत हो रही है। दरअसल , दीपक पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि शादी का झांसा देकर सालों तक उस लड़की का यौन शोषण किया है। आरोप गंभीर था, जवाब आना चाहिए था। लेकिन आरोप पर जवाब आने की बजाय एक और आरोप सामने आ गया।
सपा जिलाध्यक्ष छविनाथ यादव ने समाजवादी पार्टी की सरकार में उत्तर प्रदेश में मंत्री रह चुके राजा भैया पर आरोप लगाया है कि राजा भैया की तरफ से उनकी छवि धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। सपा नेता ने वीडियो जारी कर कुंडा के राजा राजा भैया पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है।
सुनिए छविनाथ यादव क्या कह रहे हैं –
सपा जिलाध्यक्ष यह वादा कर रहे हैं कि अगर उनके भाई ने प्रेम किया है तो वो उस लड़की से अपने भाई की शादी कराने को तैयार हैं।
आरोप पर पलटवार तो आना लाज़िमी ही है और आया भी।राजा भैया के करीबी नेता का यह कहना है कि अपनी राजनीति को चमकाने के लिए छविनाथ यादव राजा भैया के नाम का सहारा ले रहे हैं।
]]>बांदा के पूर्व जिलाधिकारी हीरा लाल ने लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के सर्टिफिकेट को शेयर करते हुए इस अभियान का नाम रिकॉर्ड में दर्ज होने की जानकारी दी। लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के मुताबिक जिलाधिकारी हीरा लाल के नेतृत्व में पिछले वर्ष जिले में एक महीने तक भूजल बढ़ाओ पेयजल बचाओ अभियान चलाया गया।
26 फरवरी से लेकर 25 मार्च , 2019 तक चलाए गए इस अभियान में जिले में 2183 हैंड पंपों के आसपास 2605 (समोच्च खाइयों वाले ढांचे ) घेरों का निर्माण किया गया । समोच्च खाइयों का निर्माण किया। इस दौरान 470 ग्राम पंचायतों में 260 कुओं का भी निर्माण किया गया। लोगों में भूजल संरक्षण को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए इस दौरान गांवो में 469 जल चौपाल कार्यक्रम ( ग्राम जल संसद ) का भी आयोजन किया गया।
दरअसल , बांदा के तत्कालीन जिलाधिकारी हीरा लाल ने स्थानीय जिला प्रशासन, वाटर एड इंडिया, अखिल भारतीय समाज सेवा संस्थान और महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय के अलावा अन्य कई संस्थाओं के सहयोग से जिले में भूजल बढ़ाओ पेयजल बचाओ अभियान चलाया था । लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड का यह रिकॉर्ड बताने के लिए काफी है कि यह योजना कितनी कामयाब रही।
]]>सोशल मीडिया के इस दौर में मुसीबत में फंसने पर ज्यादातर लोग आजकल ट्वीट का सहारा ले रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय सुषमा स्वराज ने देश के साथ-साथ दुनिया को यह दिखाया कि ट्विटर के जरिए भी लोगों की सेवा की जा सकती है, मदद दी जा सकती है। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की पुलिस भी अब सोशल मीडिया के जरिए लोगों की परेशानी को दूर करने की कोशिश में लगी है। लखनऊ स्थित राज्य पुलिस मुख्यालय ही नहीं बल्कि प्रदेश के हर जिले के छोटे से लेकर बड़े पुलिस अधिकारी सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं बल्कि यूं कहा जाए कि बस एक Tweet ही काफी है ।
सोमवार को लखनऊ से चलकर UPSRTC की एक बस बस्ती जा रही थी। बस में कुछ लड़कों ने एक लड़की को परेशान करना शुरू कर दिया। परेशान लड़की ने मदद की आस में @UPPolice को टैग करके गुहार लगाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए यूपी पुलिस ने तुरंत अयोध्या , बस्ती और बाराबंकी जिले की पुलिस को एक्शन लेने का आदेश दिया। बस की सही लोकेशन को ट्रेस किया गया और @UPPolice @112UttarPradesh @ayodhya_police के समन्वित प्रयास से अयोध्या पुलिस ने संदिग्ध आरोपियों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।
इससे पहले UPSRTC ने भी सोशल मीडिया पर लड़की की गुहार का संज्ञान लेते हुए बस के ड्राइवर और कंडक्टर से संपर्क स्थापित करके युवती की सीट को बदलवा दिया था।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बार फिर से लोगों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में @112UttarPradesh अथवा @UPPolice की ट्विटर सेवा की मदद ली जा सकती है और इसलिए अब यूपी पुलिस कह रही है- बस एक Tweet ही काफी है।
एक सफल अभियान चलाने के बाद , सदिग्ध आरोपियों को हिरासत में लेने के बाद अयोध्या के एसएसपी आशीष तिवारी ने क्या कहा – आप भी सुनिए…
]]>मा0 मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश की एन्टी रोमियों अभियान का दिख रहा असर, बस में छेड़खानी की शिकायत ट्वीटर के माध्यम से मिलने पर तत्काल बस रूकवाकर आरोपीगणों पर की गयी कार्यवाही। एसएसपी,अयोध्या @IpsAshish की बाइट।@dgpup @Uppolice @adgzonelucknow @CMOfficeUP @wpl1090 @IPS_Association pic.twitter.com/Ejhj8BFDWS
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) February 24, 2020
शनिवार 22 फरवरी को उत्तर प्रदेश सरकार ने 13 आईएएस अधिकारियों का प्रदेश में ट्रांसफर कर दिया। इसी ट्रांसफर में प्रतापगढ़ में अब तक जिलाधिकारी की जिम्मेदारी संभाल रहे मार्केंडेय शाही को हटा कर यहां डॉ रूपेश कुमार को नया DM बनाया गया है।
जानिए प्रतापगढ़ के नए जिलाधिकारी को
मूलतः हरियाणा के रहने वाले डॉ रूपेश कुमार 2009 बैच के IAS अधिकारी हैं। ये डॉक्टर की पढ़ाई यानि एमबीबीएस करने के बाद 2009 में सिविल सेवा में आए और आईएएस बने। गाजीपुर जिले से जॉइन्ट मजिस्ट्रेट के रूप में इनकी शुरूआत हुई। ललितपुर जिले में डीएम के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।प्रदेश के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में भी रह चुके हैं। वर्तमान में विशेष सचिव के रूप में चिकित्सा शिक्षा विभाग में तैनात थे। प्रतापगढ़ के नए जिलाधिकारी के रूप में तैनाती के लिए Positive Khabar डॉ रूपेश कुमार को बधाई और शुभकामनाएं देता है।
मार्केंडेय शाही लगातार विवादित होते चले गए
प्रतापगढ़ जिले में फरवरी 2019 में डीएम के रूप में कार्यभार संभालने वाले मार्केंडेय शाही ने जिले में लोकसभा चुनाव और विधानसभा के उपचुनाव कराए। हालांकि शाही सांसदों , वकीलों और पत्रकारों के साथ विवादों को लेकर काफी चर्चा में रहे।
कौशाम्बी सांसद विनोद सोनकर , प्रतापगढ़ सांसद संगमलाल गुप्ता ने मुख्यमंत्री से लेकर लोकसभा स्पीकर तक उनकी शिकायत की थी। वकीलों के साथ भी उनका विवाद रहा तो वहीं पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज करवाने को लेकर भी वो विवादों में आ गए थे। भाजपा जिलाध्यक्ष हरि ओम मिश्र से भी उनका विवाद मीडिया की सुर्खियां बना।
प्रतापगढ़ से शिव मोहन की रिपोर्ट
]]>नोएडा पुलिस का हेल्पलाइन नंबर – 8800845816
नोएडा पुलिस ने लोगों के सुझाव लेने के लिए हेल्पलाइन नंबर – 8800845816 जारी किया है। याद रखें कि इस मोबाइल पर कॉल नहीं किया जा सकता है। इस मोबाइल नंबर पर सिर्फ मैसेज और व्हाट्सएस के जरिए ही सुझाव दिए जा सकते हैं। इस नंबर पर आप खासतौर से पुलिस को उन स्थानों की जानकारी दे सकते हैं , जहां पर आपराधिक वारदातें ज्यादा होती है, चाहे वो छेड़-छाड़ की हो या फिर मोबाइल छीनने की या किसी भी अन्य तरह की वारदात। आपके सुझाव के आधार पर पुलिस उन जगहों की खास निगरानी करेगी। इसके साथ ही इस नंबर पर आप ट्रैफिक मैनेजमेंट, महिला सुरक्षा , क्राइम कंट्रोल से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण सुझाव भी दे सकते हैं।
महिलाओं के साथ संवाद आज – गौर सिटी 1 में
नोए़डा पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी काफी गंभीर है। इसलिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस की डीसीपी महिला सुरक्षा वृन्दा शुक्ला ने पहले महिला पुलिसकर्मियों के साथ बैठक करके इस मामले पर उन्हे ब्रीफ किया और वो महिलाओं के साथ सीधे संवाद की तैयारी कर रही हैं। इसी योजना के तहत आज शाम को गौर सिटी स्थित राधा कृष्णा पार्क में महिलाओं के साथ संवाद का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में महिला सुरक्षा , महिलाओं के अधिकार और उनकी शिकायतों को लेकर चर्चा की जाएगी।
बदल रही है नोएडा पुलिस
नोएडा में पुलिस कमिश्नरी व्यवस्था को लागू हुए एक माह से ज्यादा का समय हो चुका है। इस बीच नोएडा पुलिस के कामकाज के तौर-तरीकों में भी तेजी से बदलाव आ रहा है। पुलिसकर्मियों की संख्या भी बढ़ी है और इसी के साथ आम लोगों के साथ उनका व्यवहार सहज और अच्छा हो , इसे लेकर भी खासा ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन इन सबके बावजूद कई आपराधिक वारदातों ने पुलिस की छवि पर भी सवाल खड़े कर दिए है। ऐसे में पुलिस आम जनता के सहयोग से पुलिसिंग व्यवस्था को और ज्यादा चुस्त-दुरूस्त करना चाहती है।
अगर आपके पास कोई महत्वपूर्ण सुझाव है तो चुप मत रहिए। हमेशा शिकायती भाव भी ठीक नहीं होता। तुरंत मोबाइल उठाइए और पुलिस को सुझाव और सलाह भेजिए। हम सबके सहयोग से नोएडा पुलिस हमारे लिए एक सुरक्षित जिला बना सकती है। नंबर याद है न आपको….फिर से बता देते हैं – 8800845816
]]>राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान की ओर से संस्थान के महामंत्री डॉ दिनेश चंद्र अवस्थी ने अविनाश झा को पत्र भेजकर इस अवार्ड के मिलने की जानकारी और बधाई दी।
यह पुरस्कार संस्थान के वार्षिक पुरस्कार एवं सम्मान समारोह में 15 मार्च को दिया जाएगा। यह सम्मान समारोह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हिन्दी संस्थान के यशपाल सभागार में आयोजित किया जाएगा। संस्थान की ओर से अविनाश झा का उनकी इस पुस्तक के लिए पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये की धनराशि भी दी जाएगी।
युवा मन की स्मृतियों, बेचैनियों और अपने छूटे हुए गांव और रिश्तों के प्रति लगावों की संवेदना से बटेसर ओझा के इस कहानी संग्रह को बुना गया है। इसमें गांवों के ऐसे लोगों का सजीव चित्रण है जो अपनी रोजी-रोटी के चक्कर में जमीन से विस्थापित हो चुके हैं। इसमें गांवों के विलुप्त हो रहे रीति रिवाज और वहां के रहन सहन का भी सजीव चित्रण किया गया है।
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प्रतिदिन इस लचर व्यवस्था का दंश झेल रहे लगभग 15 लाख निवासियों की दैनिक परेशानियों को देखते हुए गाजियाबाद भाजपा के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस इलाके के लोगों की आवाज सुनने के लिए गुहार लगाई है।
दरअसल , साहिबाबाद के लोगों की लगातार और हर मंच पर आवाज उठाने वाले यूनाईटेड फोरम ऑफ ट्रांस हिंडन एसोसिएशन ने गाजियाबाद से सांसद व भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री डॉ जनरल वी. के. सिंह, जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय तथा भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा को लिखित पत्र के माध्यम से 07 बिंदुओं को आधार बनाकर ट्रांस हिंडन के विकास का मसौदा तैयार करने के लिए निम्नलिखित अनुरोध किया था –
01. साहिबाबाद विधानसभा के सर्वांगीण विकास के लिए अलग से साहिबाबाद नगर निगम का गठन।
02. साहिबाबाद क्षेत्र के मोहन नगर जोन में गंगा जल वितरण की व्यवस्था ।
03. साहिबाबाद क्षेत्र के लिए तहसील की स्थापना।
04. साहिबाबाद क्षेत्र में शालीमार गार्डन के लिए स्वीकृत नए पुलिस थाने की स्थापना।
05. साहिबाबाद क्षेत्र के शालीमार गार्डन स्थित 80 फुटा रोड का डिवाइडर युक्त चौड़ीकरण का प्रस्ताव।
06. शालीमार गार्डन सहित साहिबाबाद क्षेत्र में प्रशासन की ओर से सरकारी लोकल ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था।
07. साहिबाबाद क्षेत्र में सरकारी आधुनिक अस्पताल/ स्कूल की स्थापना।
उक्त बिंदुओं तथा जनसमस्याओं पर गम्भीरता दिखाते हुए सत्तारूढ़ पार्टी के महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा ने साहिबाबाद के विकास में इसे अति आवश्यक बताते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उक्त सभी समस्याओं के लिए सम्बंधित विभागों को आवश्यक दिशानिर्देश तथा त्वरित कार्यवाही के लिए प्रेषित करने का कष्ट करें।
यदि आवश्यता हुई तो लखनऊ में माननीय मुख्यमंत्री से मुलाकात कर इन समस्याओं के समाधान की मांग की जाएगी।
]]>डी एम मार्कण्डेय शाही ने मीटिंग के दौरान लापरवाह अफसरों पर कसी नकेल।
डी एम मार्कण्डेय शाही की चेतावनी–
फूलपुररामा गोवंश आश्रय में लापरवाही पर ग्राम पंचायत अधिकारी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और शेखपुर चौरास आश्रय स्थल में लापरवाही पर ग्राम विकास अधिकारी सत्यप्रकाश पांडेय को निलंबित करने का आदेश।
पुरबपट्टी के ग्रामप्रधान को हटाकर त्रिस्तरीय कमेटी गठित करने का डी एम ने दिया आदेश।
आश्रय स्थलों की प्रगति स्पष्ट न करने पर सदर और बाबा बेलखरनाथ धाम के बीडीओ को प्रतिकूल प्रविष्टि।
गोवंश आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं पर डी एम ने अफसरों संग की विकास भवन में मीटिंग।
]]>इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जिला प्रचारक वतन भी उपस्थित रहे । उन्होंने नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिमा लगाना ही उद्देश्य नहीं होना चाहिए बल्कि प्रतिमा की साफ-सफाई, पूजा-अर्चना ,देख-रेख का भी नियमित ध्यान रखना चाहिए तभी प्रतिमा स्थापना का उद्देश्य पूरा हो पाएगा ।
कार्यक्रम का संचालन यहां के स्थानीय निवासी निर्मल शर्मा ने किया। दयानंद सरस्वती जी के जीवन चरित्र पर बोलते हुए सी़.एस. रवि भूषण ने कहा कि दयानंद सरस्वती जी एक ऐसे व्यक्ति थे जो सिर्फ धार्मिक प्रचार-प्रसार ही नहीं बल्कि सामाजिक, राजनीतिक विचारक एवं सुधारक भी थे। उन्होंने अपने जीवन मे विभिन्न जगह पर भ्रमण करते हुए भारत के हर एक निवासी को एकत्रित कर संगठित करने का कार्य किया, उनका कहना था कि मेरे जीवन का एक स्वप्न है कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सभी लोग एक भाषा अर्थात हिंदी बोले और समझे, उनका एक ही धर्म हो ,एक ही मंदिर हो, एक ही जलाशय हो और एक ही शमशान हो। दयानंद सरस्वती जी ने समाज के कुकृति और बुराइयों को दूर करने के लिए अतुलनीय प्रयास किया, उनके प्रयास के ही परिणाम है कि बाल विवाह, सती प्रथा जैसी कुरीतियां समाज से समाप्त हुई। उन्होने कहा कि ऐसे महापुरुष समाज में बार-बार नहीं आते इसलिए हमें दयानंद पार्क में आज इनकी प्रतिमा को स्थापित करते हुए गर्व हो रहा है, ऐसा महसूस हो रहा है कि इस प्रतिमा को स्थापित होने एंव इनके अनावरण के बाद यह पार्क, पार्क नहीं एक मंदिर जैसा हो गया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गाजियाबाद महानगर भाजपा अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि यहां के स्थानीय निवासियों को किसी भी तरह की समस्याएं हो तो हम उस समस्या को दूर करने के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे।
इस अवसर पर आरडब्ल्यूए के अन्य सदस्य प्रवीण शर्मा, सुमित सक्सेना , रतन लाल , मनोज शर्मा , प्रेम सांकला , ऋषि राज , जी पी सिंह , श्याम धवन , अशोक भान, संजय शर्मा , सीए संजीव बडेरा , देवेंद्र बिष्ट , सुमन झा , जय दीक्षित , राजेश सहित अन्य सैकड़ों लोगों ने उपस्थित रहकर इस कार्यक्रम को सफल बनाया।
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