उत्तराखंड शासन के अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उनकी नियुक्ति को लेकर कार्यालय ज्ञाप जारी कर दिया है। वर्ष 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी अभिनव कुमार वर्तमान में अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा के पद पर कार्यरत है। उन्हें वर्तमान डीजीपी अशोक कुमार के रिटायर होने के बाद 1 दिसंबर, 2023 से वर्तमान दायित्व के साथ-साथ अगले आदेश तक उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है यानी कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है।
अभिनव कुमार अग्रिम आदेशों तक उत्तराखंड के नए कार्यवाहक डीजीपी होंगे। वह इससे पहले हरिद्वार और देहरादून में पुलिस कप्तान भी रहे हैं और आईजी गढ़वाल के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं।
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मध्य प्रदेश सरकार के वर्तमान मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस 30 नवंबर 2023 को रिटायर होने जा रहे हैं। उनके स्थान पर श्रीमती वीरा राणा को मध्य प्रदेश का नया मुख्य सचिव बनाया गया है।
उत्तर प्रदेश में जन्मी वीरा राणा भारतीय प्रशासनिक सेवा की 1988 बैच की महिला अधिकारी है। उन्हें मध्य प्रदेश के कठोर अनुशासन प्रिय प्रशासनिक अधिकारियों में गिना जाता है। वीरा राणा मध्य प्रदेश शासन की दूसरी महिला मुख्य सचिव बनेगी। उनसे पहले 1991 में निर्मला बुच ,मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव बनी थी। वीरा राणा मार्च 2024 में रिटायर हो जायेंगी।
]]>UPSC की तैयारी के दौरान…
1. परीक्षा के प्रति गंभीर रहें, बेकार की चर्चाओं में समय बर्बाद न करें, सोशल मीडिया पर और चाय की दुकानों पर भी चर्चाओं से हमेशा बचें।
2. ऐसा कुछ भी न करें क्योंकि बाकी सभी लोग ऐसा कर रहे हैं जैसे अनावश्यक रूप से नोट्स बनाना, ऑनलाइन सामग्री पढ़ना, भले ही यह आपकी योजना का हिस्सा न हो। आपकी प्लानिंग आपकी होनी चाहिए न कि सिर्फ दूसरों की अंधी नकल। अपनी खुद की रणनीति का पालन करें। आप खुद को किसी और से ज्यादा जानते हैं इसलिए उसी के अनुसार योजना बनाएं।
3. बिना ब्रेक, बिना रुके हुए daily 8-10 घंटे की पढाई सालभर बहुत जरूरी है। इससे कम पढ़ने पर सफलता नहीं मिलेगी और इससे ज्यादा पढ़ने पर आप अनावश्यक शारीरिक और मानसिक तनाव लेना शुरू कर देंगे।
4. अपनी सेहत का ख्याल रखना। मैंने अपने स्वास्थ्य की उपेक्षा की और अपनी तैयारी के दौरान मुझे कुछ चिकित्सीय समस्याओं का सामना करना पड़ा और तीसरा प्रयास में मेरा एक महीना डॉक्टर का चक्कर लगाने में बर्बाद हो गया था।
5. ऑप्शनल का चयन बहुत सावधानी से करें। वैकल्पिक विषय में रुचि होना आवश्यक है और वैकल्पिक विषय चुनने का एकमात्र कारण यही होना चाहिए।
6. अपने मित्र/अध्ययन मंडल/study group का चयन बहुत सावधानी से करें। संगति बना भी सकती है और बिगाड़ भी सकती है।
7. यह मत सोचिए कि सिर्फ कोचिंग क्लास करने से या सिर्फ नोट्स पढ़ने से कोई विषय तैयार हो जाता है। पाठ्यक्रम और पिछले वर्ष के प्रश्नों को देखे बिना कभी भी किसी टॉपिक/विषय का अध्ययन शुरू न करें।
8. मूल्यांकन की कभी उपेक्षा न करें। हर कदम पर अपनी पढ़ाई का मूल्यांकन करते रहें। इसमें प्रीलिम्स टेस्ट पेपर, जीएस पेपर, आपकी दैनिक पढ़ाई आदि शामिल हैं।अपने शिक्षक सलाहकार मार्गदर्शक के साथ एक साप्ताहिक बैठक आवश्यक है। आत्म मूल्यांकन जरूरी है। क्या मेरी तैयारी सही दिशा और सही गति से चल रही है?
9. आदर्शवादी बनने की कोशिश मत करें। कई दिनों तक लगातार पढ़ाई न करें। मैंने रविवार को साप्ताहिक अवकाश लेना शुरू कर दिया था। मैं रविवार की सुबह पूरे सप्ताह के समाचार पत्रों का पुनः अध्ययन करता था और रविवार की शाम को दिल्ली के ऐतिहासिक स्मारकों को देखने जाता था। इतिहास मेरा वैकल्पिक विषय था। यह मेरे लिए सोशल ऑब्जर्वेशनल लर्निंग ( देखकर सीखने) जैसा था।
10. अपनी गलतियों को स्वीकार करें और उन्हें दोहराने की हिम्मत भी न करें। अपनी गलतियों से सीखें।
इसे भी याद रखें –
UPSC Prelims Exam देते समय शांत रहना महत्वपूर्ण है और यदि आप कुछ उत्तर नहीं जानते हैं, तो पृष्ठ पलट दें। बहुत से अभ्यर्थी तब घबरा जाते हैं जब वे पहले कुछ पृष्ठों पर कुछ प्रश्नों को हल करने में असमर्थ हो जाते हैं। शांत रहें, आपके प्रश्न अगले पृष्ठों में आएंगे। Answer Marking करते समय चिंता करने से मानवीय भूल (silly mistakes) होने की संभावना ज़्यादा होंगी।
यह भी सुनिश्चित करें कि जब आप किसी उत्तर पर निशान लगा रहे हों तो प्रश्न संख्या को दोबारा जांच लें और उसके बाद ही निशान लगाएं।
सफलता क्रमिक है,
जीवन अप्रत्याशित है
आशा ही वह सब कुछ है,
जो हमारे पास है ….
साभार – अंजनी कुमार पांडेय ट्विटर अकाउंट
#UPSC #UPSCPrelims2024 #upscaspirants #upscstories#UPSC #UPSC2024 #UPSCPrelims2024 #UPSC_Exam #upscaspirants #upscstories #IRS #IAS #Anjani_Kumar_Pandey #Positive_Khabar
]]>खास बात यह है कि इन तस्वीरों को केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्वयं अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। इसके बाद से ही लोगों के दिमाग में यह सवाल कौंध रहा है कि आखिर यह महिला है कौन ?
Tiranga our pride#HarGharTiranga @IndiaPostOffice pic.twitter.com/aI54HQqQtq
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) August 12, 2022
आइए, आपको बताते हैं कि आखिर यह महिला है कौन ? और केंद्रीय मंत्री ने इन तस्वीरों को क्यों ट्वीट किया है ?
इन महिला का नाम स्वाति पांडे है और ये मुंबई की पोस्ट मास्टर जनरल यानी डाक विभाग की बड़ी अधिकारी हैं। सरकार द्वारा चलाये जा रहे हर घर तिरंगा अभियान के तहत स्वाति पांडे, समाज के इन प्रतिष्ठित लोगों को तिरंगा भेंट करती नजर आ रही हैं।
इस तस्वीर को शेयर करते हुए उद्योगपत्ति आनंद महिंद्रा ने अंग्रेजी में लिखा, ” As a part of the #Har Ghar Tiranga Campaign, it was an honour to receive the “Tiranga” from Postmaster General, Mumbai, Swati Pandey. Thank you Swati for keeping the Flag flying high in our postal system. It’s still the heartbeat of our nation! #Azadi ka Amrit Mahotsav”
घर पर पोस्ट ऑफ़िस विभाग से के कर्मचारी और #PostMasterGeneral @swati_pmg तथा @JuhuPolice पुलिस के ऑफ़िसर तिरंगा देने आये। बहुत अच्छा लगा।#हरघरतिरंगा मुहिम के आने से देश में एक नई क्रांति सी देख रहा हूँ। जय हिंद! #HarGharTiranga #IndianFlag #India #Pride @IndiaPostOffice pic.twitter.com/rQJUvzQfiH
— Anupam Kher (@AnupamPKher) August 13, 2022
वहीं फिल्म अभिनेता अनुपम खेर ने आभार जताते हुए ट्वीट कर लिखा, “घर पर पोस्ट ऑफ़िस विभाग से के कर्मचारी और #PostMasterGeneral @swati_pmg तथा @JuhuPolice पुलिस के ऑफ़िसर तिरंगा देने आये। बहुत अच्छा लगा।#हरघरतिरंगा मुहिम के आने से देश में एक नई क्रांति सी देख रहा हूँ। जय हिंद! #HarGharTiranga #IndianFlag #India #Pride @IndiaPostOffice”
अब आपको अश्विनी वैष्णव के साथ इन तस्वीरों का कनेक्शन भी बता देते हैं। वैष्णव रेल मंत्री होने के साथ-साथ डाक विभाग के भी मंत्री हैं और डाक विभाग की प्रतिनिधि के तौर पर ही स्वाति पांडे रतन टाटा, आनंद महिंद्रा और अनुपम खेर को तिरंगा भेंट करने गईं थी।
स्वाति पांडे एक वरिष्ठ अधिकारी तो हैं ही लेकिन उनका बॉलीवुड से भी गहरा नाता रहा है। वो फिल्म निर्माता भी हैं और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता भी।
]]>प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने गलत तरीके से प्रमोशन लेने वाले 4 अधिकारियों को फिर से उनकी पुरानी पोस्ट पर भेज दिया गया है। ये चारों प्रमोट होते-होते जिले के अपर जिला सूचना अधिकारी के पद तक पहुंच गए थे। इन सभी पर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रदेश सरकार ने एक अधिकारी को चौकीदार, दूसरे को चपरासी बना दिया। इसके साथ ही अन्य 2 अधिकारियों को फिर से सिनेमा ऑपरेटर बना दिया गया।
देखिए डिमोट किए गए अधिकारियों की पूरी लिस्ट
उत्तर प्रदेश के सूचना निदेशक शिशिर की तरफ से जारी किए गए आदेश के मुताबिक, अपर जिला सूचना अधिकारी- बरेली नरसिंह को डिमोट कर चपरासी, अपर जिला सूचना अधिकारी- मथुरा विनोद कुमार शर्मा को डिमोट कर सिनेमा ऑपरेटर कम प्रचार सहायक, अपर जिला सूचना अधिकारी- भदोही (संत रविदास नगर) अनिल कुमार सिंह को डिमोट कर सिनेमा ऑपरेटर कम प्रचार सहायक और अपर जिला सूचना अधिकारी- फिरोजाबाद दयाशंकर को डिमोट कर चौकीदार के पद पर वापस भेज कर दिया गया है।
इसी महीने की 6 तारीख को यह आदेश जारी कर इन चारों अधिकारियों को यह आदेश दिया गया है कि ये अपने पहले ओहदे पर ही रिपोर्ट कर काम संभालें और उसकी रिपोर्ट तुरंत हेडक्वॉर्टर्स को दें।
आपको बता दें कि इन चारों को 3 नवंबर, 2014 को नियमों के खिलाफ जाकर प्रमोट किया गया था। बाद में ये चारों कर्मचारी प्रमोट होकर अपर जिला सूचना अधिकारी के पद तक पहुंच गए थे।
]]>इन 6 IPS अधिकारियों में प्रकाश स्वरूप पाण्डेय, बृजेश कुमार सिंह, संजय कुमार, कमलेश कुमार दीक्षित, उदय शंकर सिंह और सुरेन्द्र बहादुर के नाम शामिल हैं।
6 आईपीएस अधिकारियों की लिस्ट
संजय कुमार को एसपी क्षेत्रीय अभिसूचना, वाराणसी बनाया गया है। बृजेश कुमार सिंह एसपी रेलवे, गोरखपुर पद पर भेजे गए हैं। कमलेश कुमार दीक्षित एसपी क्षेत्रीय अभिसूचना, गोरखपुर जबकि प्रकाश स्वरूप पांडेय एसपी/एडिशनल कमिश्नर, वाणिज्य कर लखनऊ भेजे गए हैं। उदय शंकर सिंह को सेनानायक, 42वीं वाहिनी, प्रयागराज और सुरेंद्र बहादुर को एसपी, डीजीपी मुख्यालय लखनऊ भेजा गया है।
ट्रांसफर किए गए 31 PPS अधिकारियों की लिस्ट
वर्तमान में उपायुक्त स्वतः रोजगार के पद पर बहराइच में पदस्थ सुरेन्द्र कुमार गुप्ता पर आरोप है कि जनपद हारदोई के ब्लॉक अहिरोरी में खंड विकास अधिकारी रहते हुए ग्राम खाड़ाखेड़ा के आंगनबाड़ी केन्द्र के स्थलीय विवाद होने के स्थिति में न तो कोई कार्य कराया और न ही किसी फर्म से किसी भी निर्माण सामग्री की आपूर्ति ली।यही नहीं कोई मापाकंन भी नहीं कराया गया। बावजूद इसके भुगतान की कार्यवाही की गई।इस प्रकार गुप्ता ने न केवल प्रक्रियात्मक त्रुटि की, बल्कि शासकीय धन का अनियमित तरीके से भुगतान करने की गड़बड़ी भी की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे घोर अनुशासनहीनता, लापरवाही और स्वेच्छाचारिता माना है। निलंबन का आदेश देते हुए मुख्यमंत्री ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ़ अनुशासनिक कार्यवाही के आदेश भी दिए हैं। संयुक्त विकास आयुक्त, लखनऊ मण्डल, लखनऊ को मामले में जॉच अधिकारी बनाया गया है।निलंबन अवधि में यह कार्यालय आयुक्त, ग्राम्य विकास, लखनऊ से संबद्ध रहेंगे।
इसी तरह सुरेश चन्द्र केसरवानी, उपायुक्त स्वतः रोजगार, वाराणसी पर राज्य ग्रामीण आजिविका मिशन के कार्यों में शिथिलता बरतने का आरोप हैं। केसरवानी के खिलाफ अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ अशोभनीय भाषा का प्रयोग तथा उन्हें धमकाने की शिकायत भी मिली है। बीते दिनों मुख्य विकास अधिकारी, वाराणसी ने इनके कार्यालय का निरीक्षण किया था, जहां पत्रावलियों के निस्तारण तथा वित्तीय अनियमितता सम्बन्धी शिकायतें सामने आई थीं। केसरवानी की उदासीनता के कारण दिसम्बर 2019 तक के लक्ष्य के सापेक्ष मासिक प्रगति की पूर्ति नहीं की जा सकी।
इसके अलावा इन्हें जून 2019 में विकास खंड हरहुआ का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था, जिसके निर्वहन में भी केसरवानी ने लगातार उदासीनता बनाए रखी। मुख्यमंत्री ने अब इन्हें निलंबित कर इनके विरुद्ध विभागीय जांच कराने का आदेश दिया है।
]]>उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गुरुवार देर रात 13 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। पुलिस अधीक्षक ईओडब्ल्यू लखनऊ सुरेश राव ए. कुलकर्णी को उन्नान जिले का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। पुलिस अधीक्षक हरदोई अमित कुमार को पुलिस अधीक्षक यूपी-112 लखनऊ बनाकर भेजा गया है। इसी प्रकार कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स को पुलिस अधीक्षक हरदोई बनाया गया है। पुलिस अधीक्षक यातायात मुजफ्फरनगर राम अभिलाष त्रिपाठी को सिद्धार्थनगर का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। रायबरेली के पुलिस अधीक्षक स्वपनिल ममगैन को पुलिस उपायुक्त लखनऊ और पुलिस अधीक्षक हमीरपुर श्लोक कुमार को रायबरेली का पुलिस अधीक्षक बनाकर भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक प्रयागराज गंगापार नरेंद्र कुमार सिह को पुलिस अधीक्षक हमीरपुर, एसएसपी एटीएस लखनऊ विनोद कुमार सिंह को पुलिस अधीक्षक कुशीनगर, पुलिस अधीक्षक उन्नाव रोहन पी. कनय को सेनानायक 4वीं वाहिनी पीएसी प्रयागराज, सेनानायक 35वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ केशव कुमार चौधरी को पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात बनाकर भेजा गया है। इसी प्रकार पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर विजय ढुल को पुलिस अधीक्षक खीरी, पुलिस अधीक्षक खीरी सतेंद्र कुमार को सेनानायक 23वीं वाहिनी पीएसी मुरादाबाद और पुलिस अधीक्षक कुशीनगर विनोद कुमार मिश्रा को पुलिस अधीक्षक सीबीसीआइडी लखनऊ पद पर नई तैनाती दी गई है।
]]>यह नियुक्ति संघ लोक सेवा आयोग , नई दिल्ली से प्राप्त पैनल के आधार पर किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंजूरी के बाद अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बुधवार को उनकी नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया।
आपको बता दें कि DG विजिलेंस हितेश चंद्र अवस्थी 31 जनवरी 2020 से प्रदेश के डीजीपी का पद भी संभाल रहे थें। पूर्व डीजीपी ओपी सिंह के रिटायर होने के बाद उन्हें यह पद सौंपा गया था।
अवस्थी 1985 बैच के IPS अधिकारी हैं। उनसे सीनियर 1984 बैच के एक अधिकारी जावीद अहमद जल्द ही रिटायर होने वाले हैं तो दूसरे अधिकारी डॉ एपी माहेश्वरी इस समय केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर CRPF के डीजी के तौर पर कार्य कर रहे हैं।
अवस्थी राजनीतिक विज्ञान में MA हैं, उन्होंने डिप्लोमेसी और पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमफिल की डिग्री भी हासिल की हुई है। वह CBI में भी दो बार अलग-अलग पदों पर काम कर चुके हैं।
Positive Khabar की तरफ से हितेश चंद्र अवस्थी जी को बहुत बहुत बधाई। बीते सालों में प्रदेश की पुलिस ने जो कामयाबी हासिल की है उसे बनाये रखने के साथ-साथ कानून व्यवस्था की स्थिति को और मजबूत बनाने के लिए उन्हें कई तरह के ठोस कदम उठाने पड़ेंगे।
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